😊जनप्रिय रचना😊
😊जनप्रिय रचना😊 आजकल के दौर में, चल रहा विकट रिवाज। हर कार्य हित कर्ज लो, यही कोढ में खाज।।🙏 क्रेडिट कार्ड लुभावने, वादे करें हजार। काम लिया धन ना चुके, सब होते लाचार।।🙏 जितनी लंबी… 😊जनप्रिय रचना😊
😊जनप्रिय रचना😊 आजकल के दौर में, चल रहा विकट रिवाज। हर कार्य हित कर्ज लो, यही कोढ में खाज।।🙏 क्रेडिट कार्ड लुभावने, वादे करें हजार। काम लिया धन ना चुके, सब होते लाचार।।🙏 जितनी लंबी… 😊जनप्रिय रचना😊
🙏🏺कभी भी गिलास में पानी ना पियें 🏺🙏 जानिए, ग्लास की जगह लौटे में पानी क्यों पीना चाहिए आप अपने जीवन मे जरूर लौटे मे पानी पीने का अभ्यास करे, और यदि लोटा पीतल का… 🙏🏺कभी भी गिलास में पानी ना पियें 🏺🙏
देवप्रबोधिनी एकादशी विशेष 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ देवप्रबोधिनी एकादशी को देव उठनी एकादशी और देवुत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है इस वर्ष देवप्रबोधिनी एकादशी स्मार्त एवं वैष्णव दोनों ही मत के अनुयायियों के द्वारा मंगलवार… देवप्रबोधिनी एकादशी विशेष
*🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?🔹* आइए समझते हैं *🌹1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से… 🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?
बहेलिए का तोते पकडना 〰〰🌼〰〰🌼〰〰 विश्व की सबसे रहस्यपूर्ण घटना ! क्या आप जानते है ? एक बहेलिया तोते कैसे पकडता है ? नहीं तो सुनिए ! वह बॉस की लम्बी पोपली को एक धागे… बहेलिए का तोते पकडना- विश्व की सबसे रहस्यपूर्ण घटना !
अन्धीकरोमि भुवनं बधिरीकरोमि धीरं सचेतनमचेतनतां नयामि। कृत्यं न पश्यति न येन हितं श्रृणोति धीमानधीतमपि न प्रतिसंदधाति।। (प्रबोधचन्द्रोदय) अर्थात् 👉 मैं (क्रोध) भुवन को अन्धा कर देता हूं, बहिरा कर देता हूं, धीर और सचेतन को… कार्तिक माह महात्म्य पच्चीसवां अध्याय
भीष्म पंचक व्रत विधि, और महत्त्व 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ पुराणों तथा हिंदू धर्म ग्रंथों में कार्तिक माह में ‘भीष्म पंचक’ व्रत का विशेष महत्त्व कहा गया है। यह व्रत कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी से… भीष्म पंचक व्रत विधि, और महत्त्व
श्री गणेश जी के मोरया नाम का रहस्य 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ दिलचस्प है मोरया शब्द की कहानी इसके पीछे कई रोचक कहानियां हैं जिनसे गणेशजी की भक्ति जुड़ी हुई है। दरअसल गणेश उत्सव की शुरुआत महाराष्ट्र से… श्री गणेश जी के मोरया नाम का रहस्य
*’अंतर्यामी और अंतःकरण’* अंतर्यामी सभी में एक है, लेकिन अंतःकरण सबका भिन्न-भिन्न है। यह अंतःकरण का भेद ही अलग-अलग जीवों का वैशिष्ट्य है। अंतःकरण के चार अवयव हैं- मन, बुद्धि, अहंकार और चित्त। ये चार… ‘अंतर्यामी और अंतःकरण’
छठ पूजा 5 से 8 नवम्बर विशेष अभ्यावहति कल्याणं विविधं वाक् सुभाषिता। सैव दुर्भाषिता राजन् अनर्थायोपपद्यते।। (महाभारत, उद्योग पर्व – ३४/७७) अर्थात् 👉 हे राजन्! मधुर शब्दों में कही हुई बात अनेक प्रकार से कल्याण… छठ पूजा 5 से 8 नवम्बर विशेष