एक मार्मिक लघुकथा-श्राद्ध खाने नहीं आऊंगा
एक मार्मिक लघुकथा-श्राद्ध खाने नहीं आऊंगा 〰️〰️🌼〰️🌼〰️〰️ अरे! भाई बुढापे का कोई ईलाज नहीं होता . अस्सी पार चुके हैं*. अब बस सेवा कीजिये .” डाक्टर पिता जी को देखते हुए बोला . “डाक्टर साहब… एक मार्मिक लघुकथा-श्राद्ध खाने नहीं आऊंगा