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कार्तिक में दीपदान

कार्तिक में दीपदान

कार्तिक में दीपदान 〰️〰️🌼🌼〰️〰️ इन पाँच दिन जरूर जरूर करें दीपदान 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ महापुण्यदायक तथा मोक्षदायक कार्तिक के मुख्य नियमों में सबसे प्रमुख नियम है दीपदान। दीपदान का अर्थ होता है आस्था के साथ दीपक प्रज्वलित… कार्तिक में दीपदान

दांव-पेंच

दांव-पेंच

दांव-पेंच 〰️🌼〰️ गाँव में एक दिन कुश्ती स्पर्धा का आयोजन किया गया । हर साल की तरह इस साल भी दूर -दूर से बड़े- बडें पहलवान आये । उन पहलवानो में एक पहलवान ऐसा भी… दांव-पेंच

अहोई अष्टमी व्रत 24 अक्टूबर विशेष

अहोई अष्टमी व्रत 24 अक्टूबर विशेष

अहोई अष्टमी व्रत 24 अक्टूबर विशेष 〰️〰️🌼〰️〰️🌼🌼〰️〰️🌼〰️〰️ अहोई अष्टमी का व्रत अहोई आठे के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत कार्तिक मास की अष्टमी तिथि के दिन संतानवती स्त्रियों के द्वारा किया जाता… अहोई अष्टमी व्रत 24 अक्टूबर विशेष

गुरुपुष्य योग 23 अक्टूबर विशेष

गुरुपुष्य योग 23 अक्टूबर विशेष

गुरुपुष्य योग 23 अक्टूबर विशेष 〰️〰️🌼〰️🌼🌼🌼〰️🌼〰️〰️ महात्म्य एवं सौभाग्य वृद्धि के विशिष्ट उपाय 〰️〰️🌸〰️〰️🌸〰️〰️🌸〰️〰️🌸〰️〰️🌸〰️〰️ सभी नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सबसे श्रेष्ठ माना गया है। यह शुभ मुहूर्त खरीददारी के लिए अत्यंत शुभ माना जाता… गुरुपुष्य योग 23 अक्टूबर विशेष

🔹कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी 🔹

🔹कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी 🔹

*🔹कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी 🔹* *🔸प्रात: स्नान, दान, जप, व्रत, मौन, देव – दर्शन, गुरु – दर्शन, पूजन का अमिट पुण्य होता है । सवेरे तुलसी का दर्शन भी समस्त पापनाशक है । भूमि… 🔹कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी 🔹

(कार्तिक) दान-पुण्य का महीना

(कार्तिक) दान-पुण्य का महीना

(कार्तिक) दान-पुण्य का महीना 〰️〰️🌼〰️🌼〰️🌼〰️〰️ कार्तिक महीना शरद पूर्णिमा से आरंभ हो जाता है और भगवान कृष्ण के लिए इस महीने का सबसे ज्यादा महत्व है। उन्होंने इस महीने में सबसे ज्यादा लीलाएं इस धराधाम… (कार्तिक) दान-पुण्य का महीना

नामकरण संस्कार क्यों?

नामकरण संस्कार क्यों?

नामकरण संस्कार क्यों? 〰️〰️🌼〰️🌼〰️〰️ हिन्दू धर्म में 16 संस्कार बताए गए हैं, जिनमें नामकरण संस्कार पांचवां है। यह दो शब्दाें ‘नाम’ व संस्कृत के शब्द ‘करण’ यानी बनाना या रखने के संयोजन से बना है।… नामकरण संस्कार क्यों?

🔹स्वास्थ्य-कल्याण की बातें🔹 वैद्य की आवश्यकता ही क्यों ?🔹

🔹स्वास्थ्य-कल्याण की बातें🔹 वैद्य की आवश्यकता ही क्यों ?🔹

*🔹स्वास्थ्य-कल्याण की बातें🔹* *🔹त्रिदोष – शमन के लिए🔹* *वमनं कफनाशाय वातनाशाय मर्दनम् । शयनं पित्तनाशाय ज्वरनाशाय लंघनम् ॥* *’कफनाश करने के लिए वमन (उलटी), वातनाश के लिए मर्दन (मालिश), पित्तनाश हेतु शयन तथा ज्वरनाश के… 🔹स्वास्थ्य-कल्याण की बातें🔹 वैद्य की आवश्यकता ही क्यों ?🔹

वास्तुशास्त्र🔹घर में सुख-शांति के लिए🔹

वास्तुशास्त्र🔹घर में सुख-शांति के लिए🔹

*🔹घर में सुख-शांति के लिए🔹* *🔹वास्तुशास्त्र के नियमों के उचित पालन से शरीर की जैव-रासायनिक क्रिया को संतुलित रखने में सहायता मिलती है ।* *🔹घर या वास्तु के मुख्य दरवाजे में देहरी (दहलीज) लगाने से… वास्तुशास्त्र🔹घर में सुख-शांति के लिए🔹

मृत्यु एक सत्य हैं

 मृत्यु एक सत्य हैं! मृत्यु क्यों आवश्यक है?

 मृत्यु एक सत्य हैं 〰〰🌼〰〰 एक राधेश्याम नामक युवक था | स्वभाव का बड़ा ही शांत एवम सुविचारों वाला व्यक्ति था | उसका छोटा सा परिवार था जिसमे उसके माता- पिता, पत्नी एवम दो बच्चे…  मृत्यु एक सत्य हैं! मृत्यु क्यों आवश्यक है?