कार्तिक माह महात्म्य (ग्यारहवाँ अध्याय)
कार्तिक माह महात्म्य (ग्यारहवाँ अध्याय) 〰️〰️🌼〰️〰️🌼🌼〰️〰️🌼〰️〰️ जिसको जप कर जीव, हो भवसागर से पार। ग्यारहवें अध्याय का, ‘कमल’ करे विस्तार।। एक बार सागर पुत्र जलन्धर अपनी पत्नी वृन्दा सहित असुरों से सम्मानित हुआ सभा में… कार्तिक माह महात्म्य (ग्यारहवाँ अध्याय)